Bharat Ke Pahle Governor General Kaun The? (भारत के पहले गवर्नर जनरल कौन थे)

भारत के पहले गवर्नर जनरल कौन थे (Bharat Ke Pahle Governor General Kaun The)

भारत के आजादी को 76 साल से ज्यादा का समय हो चूका है, ऐसे में इतिहास के बहुत सारे ऐसे प्रश्न हैं जिसके बारे में विभिन्न एग्जाम में सवाल पूछे जाते हैं ऐसा ही एक सवाल है भारत के पहले गवर्नर जनरल कौन थे? आइये जाने भारत के प्रथम गवर्नर जनरल के बारे में।

भारत के प्रथम गवर्नर जनरल “लार्ड विलियम बैटिक” थे। आइये लार्ड विलियम बैटिक भी जाने

क्या आप जानते हैं लार्ड का अर्थ क्या होता है? अक्सर आपने लार्ड डलहौजी, लार्ड कैनिन जैसे नामों में लार्ड शब्द जरूर सुनते होंगे, यहाँ लार्ड का अर्थ “महान” होता है। अंग्रेजों की आदत रही है अपने आप को महान साबित करने की।

लार्ड विलियम बैटिक (1828-1835)

लार्ड विलियम बैटिक (1828-1835) के समय में भारत में कई प्रकार के सुधार हुए, अंग्रेजी शिक्षा को भारतीयों पर थोपा गया और सटी प्रथा का अंत इसी के काल में हुआ ये दो महत्वपूर्ण सुधार विलियम बैटिक के गवर्नर जनरल रहते हुए।

गवर्नर जनरल का पद मुख्य रूप से प्रशासनिक और ईस्ट इंडिया कंपनी के कोर्ट ऑफ डायरेक्टर्स को भारत की घटनाओं के बारे में रिपोर्ट करना था।

लार्ड विलियम बैटिक के काल को इतिहास में सुधारों के काल से भी जाना जाता है, इनका कार्यकाल 1828 से 1835 तक था और ये बंगाल के अंतिम गवर्नर थे। शुरूआती समय में बैटिक सेना में थे, और अपनी योग्यता के बल पर लेफ्टिनेंट कर्नल बन जाते हैं, और 1796 में ब्रिटिश संसद का सदस्य बन जाते हैं।

जिस समय पूरा यूरोप, नेपोलियन के आतंक से भयभीत था, तब लार्ड विलियम बैटिक को उत्तरी इटली में नेपोलियन का मुकाबला भी करते हैं। और सन 1803 में मद्रास का गवर्नर बनाया गया

मद्रास का गवर्नर रहते हुए, सन 1806 में मद्रास के वेल्लोर नामक स्थान पर भारतीय लोग (जो ब्रिटिश इंडिया के लिए काम करते थे) विद्रोह कर देते हैं। कहा जाता है की लार्ड विलियम बैंटिक ने भारतीय सैनिकों को माथा पर टीका लगाने, कानों में बाली पहनने पर रोक लगा दिया था। इसी कारण भारतीय सैनिक विद्रोह करते हैं।

  • इस विद्रोह में कई अंग्रेजों को मार दिया जाता है, और मैसूर के शासक का झण्डा भी फहरा दिया था। हालांकि इस विद्रोह को बहुत ही निर्दयता पूर्वक कुचल दिया गया।

साल 1828 में लार्ड विलियम बैटिक को बंगाल का गवर्नर जनरल न्युक्ति किया जाता है, 7 वर्षों के दौरान विलियम बैटिक ने कई सामाजिक सुधार, आर्थिक सुधार, न्यायिक सुधार, क्षेत्रीय सुधार आदि किए। बैटिक खुद में एक उदारवादी व्यक्ति था, वो यूरोप इंग्लैंड में सुधारों से काफी प्रभावित था।

इतिहासकार बताते हैं की बैटिक का जन्म इंग्लैण्ड के एक रईस परिवार में हुआ था, अधिक धनी होने के कारण उसे पैसों का लालच नहीं था, जिससे उसने भ्रष्टाचार नहीं किया।

आर्थिक सुधार (Economic Reforms)

  1. सैनिक अधिकारीयों के भत्तों में कटौती
  2. अनावश्यक पदों की समाप्ति
  3. असैनिक अधिकारीयों के भत्तों में कटौती (जैसे- राजस्व, और न्याय विभाग)
  4. अनावश्यक न्यायालयों समाप्ति
  5. अफीम कके व्यापार की उत्तम व्यवस्था
  6. जांगीर तथा रियासतों का अपहरण
  7. कर मुक्ति भूमि पर कर लागु
  8. उत्तर-पश्चिम की लगान व्यवस्था

प्रशासनिक तथा न्याय सुधार (Administrative And Judicial Reforms)

  1. प्रांतीय न्यायालयों का अंत
  2. न्यायधीशों के अधिकारों में वृद्धि
  3. क्षेत्रीय भाषाओँ को न्यायालयों की भाषा का दर्जा देना
  4. कानूनों का नियमबद्ध किया जाना
  5. सरकारी सेवाओं में भेदभाव का अंत
  6. इलाहबाद में सदर दीवानी और सदर निजामद अदालत की स्थापना
  7. जूरी प्रथा को प्रचलित करना
  8. शिक्षा के क्षेत्र में सुधार
  9. कलकत्ता में मेडिकल कॉलेज की स्थापना

प्रश्न 1. स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल कौन था?
(a) लॉर्ड कैनिन
(b) लार्ड विलियम बैटिक
(c) लॉर्ड डफ़रिंग
(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर- लार्ड विलियम बैटिक

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